अगर आप स्मॉल-कैप स्टॉक्स में निवेश करते हैं या इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर पर नजर रखते हैं, तो B.R. Goyal Infrastructure का नाम आपके लिए दिलचस्प हो सकता है। कंपनी ने हाल ही में अपने FY25 के फाइनेंशियल रिजल्ट्स जारी किए हैं, और ये नंबर्स काफी अच्छे हैं। दूसरी छमाही (H2 FY25) में कंपनी का प्रॉफिट 216% बढ़कर ₹19.20 करोड़ हो गया, जबकि पहली छमाही (H1 FY25) में यह सिर्फ ₹6.07 करोड़ था।

लेकिन यह उछाल सिर्फ प्रॉफिट तक ही सीमित नहीं है। कंपनी ने अपनी EBITDA मार्जिन को 5.53% से बढ़ाकर 9.91% कर दिया है, जो दिखाता है कि उसने अपने खर्चों को कंट्रोल करना और ऑपरेशनल एफिशिएंसी बढ़ाना सीख लिया है।
कंपनी का फाइनेंशियल ट्रेंड
B.R. Goyal Infrastructure ने FY25 में कुछ प्रमुख सुधार दिखाए हैं:
मैट्रिक | H1 FY25 | H2 FY25 | ग्रोथ (%) |
---|---|---|---|
PAT (प्रॉफिट आफ्टर टैक्स) | ₹6.07 Cr | ₹19.20 Cr | 216% |
EBITDA | ₹11.77 Cr | ₹29.43 Cr | 150% |
EBITDA मार्जिन | 5.53% | 9.91% | लगभग दोगुना |
हालांकि, सालाना रेवेन्यु में 13.41% की गिरावट (₹509.80 करोड़) दर्ज की गई, लेकिन मार्जिन बेहतर होने से कंपनी को फायदा हुआ है।
ऑर्डर बुक
कंपनी का कुल ऑर्डर बुक ₹1,313.08 करोड़ है, जो आने वाले कुछ क्वार्टर्स के लिए अच्छी रेवेन्यु ग्रोथ का संकेत देता है।
हाल की उपलब्धियाँ:
- तमिलनाडु में ₹102.05 करोड़ का सीवरेज प्रोजेक्ट हासिल किया।
- इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स (जैसे अंडरग्राउंड सीवरेज, EPC) पर फोकस बढ़ाया है।
शेयर का प्रदर्शन
- मौजूदा भाव (30 मई 2025): ₹133
- 52-वीक रेंज: ₹100 – ₹151.25
- मार्केट कैप: ₹324 करोड़
- P/E रेश्यो: 14.84 (स्मॉल-कैप के लिए उचित वैल्यूएशन)
IPO का रोल
जनवरी 2025 में कंपनी ने ₹85.2 करोड़ का IPO लॉन्च किया था, जिसका इस्तेमाल कैपेक्स, वर्किंग कैपिटल और एक्विजिशन के लिए किया जा रहा है।
बिजनेस मॉडल
2005 में स्थापित यह कंपनी कई सेगमेंट्स में काम करती है:
- EPC सर्विसेज (FY24 में 68% रेवेन्यु का स्रोत)
- RMC (रेडी-मिक्स कंक्रीट)
- टोल कलेक्शन
- रिहायशी प्रोजेक्ट्स
- 1.25 MW का विंडमिल (राजस्थान में)
पिछला ट्रैक रिकॉर्ड:
- ₹1,200 करोड़+ के प्रोजेक्ट्स पहले ही पूरे कर चुकी है।
- सितंबर 2024 तक ऑर्डर बुक ₹873 करोड़ था, जो अब ₹1,313 करोड़ हो गया है।
निष्कर्ष
B.R. Goyal Infrastructure ने FY25 में अपनी प्रॉफिटेबिलिटी सुधारने में कामयाबी हासिल की है। ऑर्डर बुक मजबूत है, और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में ग्रोथ के मौके भी हैं। हालांकि, स्मॉल-कैप स्टॉक्स में जोखिम होता है, इसलिए निवेश से पहले गहरा रिसर्च जरूरी है।
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